Monday, February 14, 2011

जब प्यार किया तो.....



14 फरवरी यानि प्यार करने वालों का दिन....इस खास दिन का इंतज़ार हर उस शख़्स को होता है जिसे प्यार हो जाता है....अब प्यार चाहे वो कैसा भी हो उसका कोई भी नाम हो... प्यार तो प्यार है....और जब प्यार किया तो डरना क्या...ले हाथों में हाथ चले हैं हमसाये…. गोया कोई जंग लड़ने जा रहे हों...लेकिन प्यार में जीत हासिल कर लेना अपने आप में जंग जीत लेना है। ये तो हर किसी को मानना ही पड़ेगा। हर साल भारतीय सभ्यता और संस्कृति का डंका पीटने वालों को प्यार करने वालों से मुंह की खानी पड़ती है....उनके क्रियाकलापों को देखकर लगता है जैसे कि वे आजादी की लड़ाई लड़ रहे हों...प्यार करने वालों को देखते ही उन पर ऐसे टूट पड़ते हैं जैसे भूखा रोटी पर। अब इन्हे कौन समझाए कि....हर जुल्म सहेंगे हम फ़िर भी प्यार करेंगे हम... का नारा देने वाली युवा पीढ़ी आज मार्डन ख़्यालात की हो गई है। वो अपने बाप से कुछ नहीं छिपाती तो फ़िर ये ज़माना उसके आगे क्या है....
       पहले प्यार की पहली चिट्ठी साजन को दे आ...कबूतर जा जा जा....गया वो जमाना अब तो हाईटेक जमाना है जनाब सबकुछ फटाफट...इस हाथ ले उस दे...ऐसे ही थोड़े दस रुपए में बिकने वाला गुलाब दौसो रुपए में बिकता है....एसएमएस से इज़हारे-मुहब्बत बड़ा ही आसान है...दूर बैठे अपने सजन या सजनी को एक सेकेंड में आईलवयू कहना कितना आसान हो चला है ये प्यार करने वालों से पूछो....प्यार को प्रमोट करने में आज हर कोई लगा है...कुछ इससे अपना दुकान चला रहे हैं कुछ अपनी राजनीति अब देखने वालों के नज़रिया का फ़र्क है...क्या कहें...
      भले ही आज कई लोगों का दिल जुड़ गया हो... लेकिन न जाने कितनों का दिल टूटा भी होगा??? एक तो आजकल सच्चे प्यार की कद्र न के बराबर है...सच्चा प्यार मिलना कोयले की खान में से, हीरा ढूंढने जैसा है...बड़ी ही किस्मतवाले होते हैं वो जिन्हे प्यार हासिल होता है...जो प्यार हासिल कर लेते हैं वे प्यार की दुहाई देते नहीं थकते और जिन्हे प्यार हासिल नहीं होता वे प्यार को बदनाम करने से भी ग़ुरेज़ नहीं करते।
     वेलेंटाइन डे तो आता-जाता रहेगा और प्यार करने वाले भी हमेशा रहेंगें लेकिन प्यार को सच्ची नीयत से करने वाले शायद ही अब दिखलाई पड़ते हैं। अगर सच्चे प्रेमी हों तो फ़िर शायद प्यार के लिए इतनी कुर्बानी न देनी पड़े....सच्चा प्यार हमेशा रहे बस यही दुआ की जानी चाहिए और दुआ उनके लिए भी जो सच्चे प्यार की राह देख रहे हैं....
                                          इंतिख़ाब आलम अंसारी

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