Friday, March 11, 2011

शार्टकट....


क्या बकवास कर रही हो तुम....मुझे ऐसी बातें बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं....तुम इतना गिर सकती हो मैने कभी सपने में भी नहीं सोचा था....क्यों.. क्या सपने देखना ही बंद कर दिए है तुमने...और हां... ज़ाहिर सी बात है अब तुम एंकर तो हो नहीं जो बड़े-बड़े सपने देखो वापस अपनी जगह आ गए....जहां थे वहीं पंहुच गए एक ही झटके में...तो क्या हुआ...ज़िंदगी खत्म तो नहीं हुई....फ़िर से ट्राई करुंगा...और बेहतर करने की कोशिश करुंगा….अरे कब तक...ट्राई करते फिरोगे...मुझे देखो एक ही झटके में कहां से कहां पंहुच गईं...और सुनो कैरियर की ख़ातिर मैं कुछ भी कर सकती हूं..कुछ भी....साइड प्लीज़....
    तिलमिलाकर रह गया मानस....किनारे की कुर्सी पर धम्म से जा बैठा....दोनों हाथों से अपना सिर पकड़े उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि टीना कैरियर की खातिर अपना सबकुछ दांव पर लगा देगी...दोनों ने साथ-साथ मिडिया कोर्स किया था....एक दूसरे को चाहते भी थे दोनों.... इंटर्न से शुरुआत करके धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे...मानस काफ़ी टेलेंटेड था...जो भी काम करता परफेक्ट करता....ऐसा कि लोग कहते कि बंदा बहुत आगे जाएगा...जबरदस्त जर्नलिस्ट बनेगा एक दिन....अपने बेहतरीन लुक और दिलकश आवाज़ की बदौलत चैनल में जल्द ही उसके एंकर बनने की सुगबुगाहट शुरु हो गई थी....जो भी उससे मिलता कहता अरे यार तुम एंकरिंग में ट्राई करो काफ़ी अच्छा कर सकते हो तुम...जी कोशिश कर रहा हूं....
    किस्मत ने जल्द ही मानस का साथ दिया...चैनल में नए एडीटर की इंट्री हुई....पहली ही नज़र में भा गया मानस....जिसके पास भी यूनिक आयडिया हो मेरे पास लेकर आए...मैं कुछ नए और बेहतर प्रोग्राम बनाना चाहता हूं....सबको चांस देना चाहता हूं....चैनल को आगे बढाने के लिए आपको तैयार हो जाना चाहिए....पुराना ढकोसला बिल्कुल नहीं चलेगा.....आई विल्ल चेंज एवरीथिंग....अंडरस्टेंड....किसी को भी डरने की कोई ज़रुरत नहीं सीधा मेरे केबिन में आकर मुझसे बात करे...नए आयडिया देने वालों को प्रमोट किया जाएगा....
    मानस....जी...किसने रखा तुम्हारा नाम...जी मेरी नानी ने....गुड....क्या करते हो....जी न्यूज़ डेस्क पर हूं.....आयडिया अच्छा है....और यूनिक भी....कब से काम कर सकते हो...जी जल्द ही....गुड...देखो मानस....अगर तुमने अच्छा काम करके दिखा दिया तो तुम बहुत आगे जाओगे....थैंक्यू सर....फ़िर जुट जाओ...और सुनो जिसे चाहो अपने साथ ले सकते हो... बोलो...जी...रोहित और टीना....बुलाओ....रोहित और टीना आप लोग तीनों...इस प्रोग्राम को संभालोगे....ओके सर....
   कड़ी मेहनत से प्रोग्राम चल निकला ऐसा कि इसकी गुंज पूरे चैनल में गुंजने लगी....टीआरपी में भी शामिल हो गय़ा प्रोग्राम....आउटपुट,इनपुट,प्रोग्रामिंग प्राडयूसर और सब-एडीटर की मीटिंग में.....टीना को भी चांस दे सकते हैं लुक काफ़ी अच्छा है उसका....नहीं सर मुझे नहीं लगता कि उसको न्यूज़ सेंस होगा....मैने ही उसका इंटरव्यू लिया था जब वो इंटर्न के लिए आई थी....उसे चांस नहीं दिया जा सकता....आउटपुट हेड रंजन बोला....उसके साथ दूसरे भी एक सुर में बोले....मानस.....जी मानस बेहतर कर सकता है....लेकिन ये सब आप पर डिपेंड करता है....और फ़िर मिटिंग में...देखो मानस में तुम्हे एक और ज़िम्मेदारी सौंप रहा हूं....इस प्रोग्राम की एंकरिंग भी तुम्हे करनी होगी ताकि प्रोडयूसर होने के नाते तुम बेहतर कर सको....चीज़ों को निकाल सको....जी सर...थैंक्यू....थैंक्यू वैरी मच....यस....कैबिन से बाहर निकल कर मुठ्ठी भींच कर एक साथ दस सिढ़ियां कूद गया मानस....
    शुरु हो गई एंकरिंग....कुछ दिनों बाद....मानस मजा नहीं आ रहा है....सर मैं क्या कर सकता हूं....मुझे एंकरिंग की प्रैक्टिस के लिए वक्त ही नहीं मिलता...पूरा दिन प्रोग्राम में लगा रहता हूं...कम-से-कम कुछ वक्त मिल जाए तो....ठीक है...कल मीटिंग में तय हुआ है कि तुम और टीना एक साथ एंकरिंग करोगे....ओके सर नो प्रोब्लम....
    और एक दिन....मानस तुम बहुत ज्यादा फ़ंबलिंग करते हो...ये सब नहीं चलेगा....तुम्हे कुछ दिन एकंरिंग से हटाया जा रहा है....फिलहाल तुम अपना पूरा ध्यान प्रोडक्शन पर दो ....उसके बाद तुम फ़िर से तैयार होकर वापसी करना मेरे ब्वाय....ओके सर....मायुस हो गया....मानस....यार मुझसे ज्यादा तो टीना फंबलिंग करती है....फ़िर...उसे क्यू नहीं.... रात भर सोचता रहा मानस...या इलाही ये माज़रा क्या है...कहीं आउटपुट हेड..तो नहीं है इसके पीछे...उसे शायद लगता हो कि ज़िंदगी घुसड़ गई...कलम चलाते-चलाते और कल का छोकरा एंकर बन गय़ा...लेकिन उसने तो खुद मुझे रिकमेंड किया था...आखिर चक्कर क्या है.... और फ़िर सर दस दिन पूरे हो गए....तो क्या... रुख़े लहजे में बोला एडीटर....देखो अब तुम एंकरिंग नहीं करोगे पूरा ध्यान प्रोडक्शन पर ही लगाओ....समझे....
     यार रोहित ये टीना मुझसे सीधे मुंह बात क्यों नहीं कर रही...कहीं न कहीं कुछ तो दाल में काला है....शक सही साबित हुआ....और एक सच ऐसा भी जिसे सुनकर उसके पांव तले ज़मीन खिसक गई....क्या कह रहे हो रोहित वो ऐसा कैसे कर सतती है....यार कैरियर की ख़ातिर कुछ भी कर गुजरेगी वो.... रोहित एक सुर में बताता चला गया कि कैसे वो रंजन से होते हुए आगे तक पंहुची...एक दिन जब तुम एडीटिंग में थे तो रंजन से उसने कहा कि सर मैं कुछ भी कर सकती हूं....कुछ भी बस आप एक मौका दिलवा दिजिए....कुटिल मुस्कान बिखेरते हुए चला गया था रंजन उस दिन और दो दिन बाद ही उसे....तू सही कह रहा है मेरे दोस्त....मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है....में ही कुछ करता हूं....
    टीना मुझे तुमसे कुछ बात करनी है....हां बोलो....क्या ये सच है कि तुमने मुझे रास्ते से हटाने के लिए ये सब....हां तो क्या....यही तो पालिसी है....आगे बढ़ने की...और सुनो मेरी तरक्की की राह में जो भी आयेगा उसे मैं....जाते हुए पीछे से देखता रह गया मानस....कोई इतना भी गिर सकता है....
    सर ये मेरा रिजाइन है...कितना भरोसा करता था मैं आप पर....पर आप...क्या सिर्फ़ लड़कियां ही....क्या मतलब है तुम्हारा....मतलब ये कि अगर लड़कियां समझौता कर लें तो उन्हे टाप पर पंहुचाने में आफ जैसे लोग कोई कमी नहीं छोड़ते आखिर क्या ख़ता है मेरी....छह महीने हो गए हैं मुझे एंकरिंग से हटाए हुए क्या मैं अबतक इंप्रुव नहीं कर पाता जवाब दिजिए....क्या टीना में आप कोई बदलाव ला पाए नहीं न....किसी की मेहनत को क्यों नहीं देखते आप एक ही चश्मे से सभी को देखना चाहिए....लेकिन मैं हार नहीं मानुंगा.....एक दिन दिखा दुंगा सबको कि मैं क्या हूं....मेरे इरादों के नहीं रोक सकते आप जैसे लोग....ठंडी सांस भरकर निकल पड़ा मानस अपनी नई मंज़िल की तलाश में.....
    

No comments: