Monday, April 4, 2011

हम भी हैं जोश में....


क्यूं रे चंपू बड़ा उछल रयो थो उस दिन.किस दिन मामू....अरे उस दिन....जब इंडिया ने वर्ल्ड कप जीतो थो....वो..वो.. मैं अपने आप पर काबू न रख पा रयो थो...अबे सारे पटाखे मेरे घर के आगे क्यूं फोड़ रयो थो....मैं कहो न मामू....मैं अपने आप पर काबू न रख पा रयो थो....अरे तेरी ऐसी कम तैसी....अपने घर के गमले न फोड़ सको थो तू...न मामू... इतनो तो काबू थो....पर मामू जानो हो कै सभी खिलाड़ियां नू खुब पैसो दियो है सरकार...हां जानू हूं....कित्तो पैसो दियो है....मैं भी सोच रयो हूं कै...क्रिकेट को अपना कैरियर बना डालूं....किस्मत ने साथ दियो तो अगले वर्ल्ड कप मैं...मैं भी....मैं भी क्या....मैं भी...खेल सकोगों...स्पिन बढ़िया कर लेतो हूं मैं.....जानू हूं कौन सो स्पिन कर लेतो हो....दिन भर आवारागर्दी की स्पिन करतो फिरतो हो....30 का हो गयो हो औऱ मौहल्ले के नए छोरों का सरदार बना फिरतो हो....कुछ काम-धाम तो है नहीं....बस मामू आपको आशिर्वाद चाहियो है....जा अब बहुत हो गयो है....चार साल बाद दूंगो अपनो आशिर्वाद....जब तेरी उमर ही गुजर जाएगी....फूट यहां से...यो तो इंडिया को वर्ल्ड कप जीतने की खुशी में मैने माफ़ कर दियो है वरना........पर मामू एक फायदे की बात तो बताना ही भूल गयो.....क्या...मामू दरअसल ख़बर यो है कै मुझे एक लड़की बहुत पसंद है....पर उसको खूसट बाप न मानो है तो मैं क्या कर सको हूं....अरे उसे अपनी बेटी की किस्मत फोड़नी है जो तुझसे....अरे मामू तुम तो बिल्कुल सही जा रयै हो.....खैर छोड़ो ये बताओ कै....मुहल्ले में होने वाले आईपीएल मेरा मतलब है कि ट्वंटी-ट्वंटी मैच में किस टीम का साथ दै रयो हो....अबे तुझे क्यू बताउं....दिस इज द सीक्रेट...वाह मामू....अंग्रेजी....कब से....चुपकर....चल भाग यहां से......बस मामू....एक बात और....कसम से बात फायदे की है....अच्छा ये बताओ....आईपीएल मैचों के लिए मुहल्ले में बड़ी टीवी का बंदोबस्त कर रयो हूं ताकि लोग आराम से मैचों को आनंद उठा सकें.....क्या कहो हो.....अबे क्या सारे मैचों का ठेका ले लियो है....फिर से मेरे घर के आगे पटाखे फोड़ने को बंदोबस्त कर रयो है.....अच्छा मामू ये बताओ...चंदा कितनो दोगे...कैसो चंदो.....मैच को चंदो....अरे वो तो टीवी पर फ्री में आएगो....तो फिर किस बात को चंदो दूं....इस बार कतई न दूंगों पिछली बार तू और तेरी आवारा टीम ने मुझे बेवकूफ़ बनायो थो....इस बार एक रुपए भी न दूंगों....समझे....मेरे अच्छे मामू....समझा करो हमारी इज्जत को सवाल है....अबे कैसी इज्ज़त....अबे तेरो तो कोई इज्ज़त न है...कितनी बार लड़कियों से पीट चुको हो....मामू पुरानी यादें ताजा मत कराया करो.....सुखद अहसास मिट जाए है....देख अब यहां से निकल ले वरना....वरना क्या....अपनी छोरी से मेरी शादी करवा दोगो.....अबे भागता है कि नहीं...ठीक है...ठीक है....अपने आप पर कंट्रोल कर रयो हूंअच्छा मामू चलते-चलते ये तो बताओ कै....इस बार आईपीएल कौन सी टीम जीतेगी...मुझे क्या पता....हैं....क्रिकेट तो खुबसारा देखो हो....बताने से इंकार कर रयै हो....मामी से जाके कह दूं कै मैचों पर सट्टा....अबे कैसी बातें कर रयो है....सौ-पचास रुपए लग जाने को सट्टो को नाम दे रयो है....बात एक रुपए की भी वही है...जानो हो मामू इस बार के वर्ल्ड कप में पूरे 30 हजार करोड़ रुपए को सट्टो लगो थो....अबे तू क्या अंतरयामी है...सब जाने है...जानू हूं....जानू हूं...तभी तो बता रयो हूं....क्रिकेट मेरी आत्मा में बसो है....हां और तेरी नस-नस में आवारापन भी तो बसो है इसका क्या....मामू ये घुमफिर कर एक ही जगह से गाड़ी क्यों पकड़ो हो....बहुत हो गई....अब देखना आईपीएल के फाइनल के दिन सारी रात सोने न दूंगों....कसम....शरद पवार की....  

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